दोस्तों जो भी आविष्कार होते हैं उनके पीछे वैज्ञानिकों के कई सालों के शोध और मेहनत होती है। कोई भी आविष्कार आसानी से और तुरंत नहीं होता। लेकिन कई ऐसे बड़े आविष्कार भी हुए हैं जो अनजाने में हो गए आइए आपको भी बताते हैं कि कौन-कौन से हैं ऐसे आविष्कार जो अनजाने में और गलती से हुए।
1. एक्स-रे
क्या आप जानते हैं कि एक्स-रे का आविष्कार गलती से हुआ था। नहीं जानते तो बता दें की सनकी भौतिक बैज्ञानिक के रूप में विख्यात विलहम रॉन्टजन (Wilhelm Röntgen) ने एक्स-रे का आविष्कार किया था। दरअसल विलहम कैथोरिक रेज ट्यूब बनाना चाह रहे थे। इसी दौरान जब लाइट चमक रही थी तभी उन्होंने देखा कि अपारदर्शी कवर के बावजूद नीचे रखा पेपर दिखाई दे रहा था। वे हैरत से इसे देखने लगे और इस प्रकार एक्स-रे का आविष्कार हो गया।
2. माइक्रोवेव
माइक्रोवेव का आविष्कार पर्सी स्पेंसर (Percy Spencer) ने गलती से किया था। वह नए वैक्यूम ट्यूब के जरिए रडार से जुड़े रिसर्च कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने कई मशीनें भी बनाई। जो की रिसर्च में मदद करती। ईसी के एक्सपेरिमेंट के दौरान उन्होंने देखा की उनकी जेब में रखा कैंडीबार पिघलने लगा। वे हैरान हो गए और उन्होंने बाद में कुछ पॉपकॉर्न्स को उस मशीन के अंदर डाला और पाया कि पॉपकॉर्न फूटने लगे और इस प्रकार माइक्रोवेव ओवन का आविष्कार हुआ।
3. पेस मेकर
पेस मेकर का आविष्कार भी गलती से हुआ। बायोमेडिकल इंजीनियर जॉन हॉप्स रेडियो फ्रिकवेंसी के जरिए बॉडी टेंपरेचर को रिस्टोर करने के लिए एक प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे इस दौरान उन्हें एहसास हुआ कि अगर दिल ठंड के कारण धड़कना बंद कर दें। तो कृत्रिम उत्तेजना पैदा करने से तो फिर से धड़कना शुरू कर देता है। इसी प्रयोग के चलते पेसमेकर अस्तित्व में आया।
4. स्लिन्की
स्वीडन नौसेना में इंजीनियर रहे रिचर्ड जॉन्स ने 1943 में स्लिन्की का आविष्कार किया था। वे नौसैनिक युद्धपोत पर बिजली की निगरानी करने के लिए यंत्र बना रहे थे। जो कि स्प्रिंग के सहारे काम करता था। इसी दौरान स्प्रिंग जमीन पर गिर गया और बाउंस करने लगा। इस तरह गलती से स्लिंकी का आविष्कार हुआ।
5. पेनिसिलिन
वैज्ञानिक अलेक्जेंडर फ्लैमिंग घाव को भरने वाली एक चमत्कारी दवा का आविष्कार करना चाह रहे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी ऐसे में उन्होंने एक्सपेरिमेंट की गई चीजों को बाहर फेंक दिया। कुछ दिन बाद जब उन्होंने नोटिस किया तो पाया कि वहां आसपास के बैक्टीरिया समाप्त हो रहे थे। इस तरह से पेनिसिलिन का आविष्कार हुआ।
6. कोका कोला
सिरदर्द के इलाज के लिए दवा बनाने के लिए एक फार्मासिस्ट ने कोला नाट और कोला की पत्तियों का इस्तेमाल किया इसके बाद उसने संयोगवश दोनों को कार्बोनेटेड वॉटर के साथ मिला दिया बाद में जब उसने टेस्ट किया तो रिजल्ट कोका कोला के रूप में सामने आया। कोला के कारण इसका नाम कोका कोला हो गया। इस तरह से एक सिर दर्द की दवा एक मशहूर ड्रिंक में बदल गई और पूरी दुनिया पर छा गई।
7. टेफलॉन
टेफलॉन का आविष्कार 1938 में साइंटिस्ट रॉय फ्लैंकिट ने किया था। दरअसल रॉय रेफ्रिजरेटर के विकल्प की तलाश कर रहे थे। इसके लिए उन्होंने कुछ सैंपल्स को टाइट बॉक्स में रखा था। कुछ दिन बाद उन्होंने देखा कि बॉक्स के अंदर रखी गई गैस गायब हो गई है। और उसकी जगह फिसलन दार रेसिन के अवशेष बचे हुए हैं। इस अवशेष में हिट और केमिकल्स के प्रतिरोधक क्षमता थी। बाद में नॉन स्टिक कुकवेयर, स्पोर्ट्स इक्विपमेंट्स और पेंट के रूप में इसका यूज होने लगा।
8. वायग्रा
फाइजर ने दर्द से छुटकारा दिलाने के लिए हमारे शरीर में रक्त संचार करने वाली धमनियों को सिकुड़ने में मदद करने के लिए UK 92480 के नाम से एक दवा बनाई थी। लेकिन यह दवा दर्द से राहत देने में तो असफल रही लेकिन पुरुषों की यौन शक्ति बढ़ाने में बहुत ही कारगर साबित हुई। इसे व्हायग्रा के नाम से बाजार में उतारा गया।
9. वेलक्रो
एक ट्रिप के दौरान स्विस इंजीनियर जॉर्ज डी मस्टर्ल (George de Mestral) ने अपनी पेंट से कुछ बीजों को चिपके देखा । उन्होंने पाया कि ये किसी भी लूब्स की आकार वाली वस्तु से चिपक जाते हैं ऐसे में उन्होंने कृत्रिम लुब्स तैयार किए और परिणाम स्वरूप वेलवेट और क्रॉचेट के कॉम्बिनेशन से वेल्क्रो बन गया।
10. पोटैटो चिप्स
1853 में जॉर्ज क्रम नाम के सेफ अपने कस्टमर के लिए फ्रेंच फ्राइस तैयार कर रहे थे। कस्टमर ने उनसे कहा की फ्रेंच फ्राइस थोड़ी पतली और कुरकुरी होनी चाहिए। जॉर्ज ने ऐसा ही किया और इस तरह से पोटैटो चिप्स बन गई।।
तो दोस्तो कैसा लगा ये ब्लॉग।। वैसे कौन सा अविष्कार आपको सबसे अच्छा लगा। कॉमेंट करके जरूर बताएं।।